BSC Fisheries (BFSC) Course- Full Form, योग्यता, फीस, सिलेबस

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BFSC in Hindi- BSC Fisheries Kya Hai: Image Created at Canva

BSC Fisheries, 4 वर्ष का स्नातक कोर्स है जिसमें मछली पालन, उनका उत्पादन, उनके पर्यावरण, बीमारी, रखरखाव आदि से सम्बंधित विषयों पर शिक्षा दी जाती है। इस कोर्स में न केवल मछलियों की Breeding के बारे में बताया जाता है बल्कि, उनके पालन (Farming) , उनके पोषण का ध्यान रखना, बिज़नेस के लिए उनकी स्टॉकिंग, पैकिंग, फ्रीज़िंग, ट्रांसपोर्ट आदि के बारे में भी सिखाया जाता है।

आपको जानकार हैरानी होगी कि भारत दुनियाँ का दूसरा सबसे बड़ा देश है जो मछली उत्पादन में अग्रणी है। केवल भारत से ही प्रति वर्ष रु. 47,000 करोड़ की मछलियाँ दूसरे देशों में भेजी जाती हैं। ऐसे में अगर अगर आप BFSC Course  यानी कि BSC Fisheries Course करते हैं है तो निश्चित ही आपके पास जॉब की कमी नहीं होगी।

आज के इस लेख BSC Fisheries Course Details in Hindi में आप इस कोर्स से जुड़ी हर तरह की जानकारी प्राप्त करेंगे। यहाँ आप जानेंगे कि आप किस तरह से इस कोर्स को कर सकते हैं, कोर्स की योग्यताएं क्या हैं, कौन कौन से ऐसे कॉलेज हैं जहाँ से यह कोर्स किया जा सकता है आदि।

कोर्स की फीस, अवधि और उसके बाद कैरियर स्कोप कुछ ऐसे फैक्टर हैं जो किसी भी कोर्स को करने से पहले आवश्यक रूप से पता होने चाहिए। इनके बारे में भी आप इसी लेख में जानेंगे।

Key Highlights- What is BSC Fisheries Course details in Hindi    

Type of Courseग्रेजुएट (स्नातक)
कोर्स की अवधि4 वर्ष
Nos of Semester8 Nos
कोर्स की योग्यताफिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी अथवा मैथमेटिक्स में 10+2,   न्यूनतम अंक: 50%
कोर्स की एवरेज फीसरु 15,000/- से रु. 3,00,000/-
छात्रवृत्ति की सुविधागरीब और आरक्षित वर्ग के लिए
कोर्स के लिए एग्जामAUCET, GPAT, JEE आदि
जॉब क्षेत्रफिशरी डेवलपमेंट बोर्ड, फ़ूड इंडस्ट्रीज, फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, फिश प्रोडक्शन हाउस, कॉलेज और यूनिवर्सिटी,
जॉब का प्रकार / पदमत्स्य अधिकारी, रिटेल मैनेजर, मरीन इंजिनियर, प्रोडक्शन मैनेजर, प्रोसेसिंग मैनेजर, फिश फार्मिंग एडवाइजर मरीन बायोलॉजिस्ट, फिश फार्मिंग मैनेजर, क्वालिटी इंस्पेक्टर, एक्सपोर्ट इंस्पेक्टर
एवरेज प्रारम्भिक सैलरीरु. 4,00,000/- से रु. 6,00,000/- प्रति वर्ष

BFSC Full Form- Bachelor of Fisheries Science Course की योग्यता

BFSC Ka Full Form, Bachelor of Fisheries Science होता है। इसे BSC Fisheries के नाम से भी जाना जाता है। जो भी छात्र इस कोर्स को करना चाहते हैं उन्हें इन योग्यताओं को पूरा करना होगा:

  • विज्ञान विषयों के साथ किसी भी मान्यताप्राप्त संस्थान से 10+2 उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • विज्ञान विषयों में फिजिक्स और मैथमेटिक्स तो होने ही चाहिए। साथ ही एक वैकल्पिक विषय जैसे केमिस्ट्री / बायोलॉजी / बायोटेक्नोलॉजी अथवा कंप्यूटर साइंस भी होना चाहिए।
  • 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक आने चाहिये।

BSC Fisheries Course (BFSC) में एडमिशन कैसे लें

इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए दो तरीके हैं। पहले तरीके में मेरिट द्वारा प्रवेश दिया जाता है, और दूसरे तरीके में एंट्रेंस एग्जाम पास करके यहकोर्स किया जा सकता है।

मेरिट विधि से प्रवेश पाने के लिए छात्रों को 12th पास करने के बाद डायरेक्ट उन संस्थानों से कांटेक्ट करना पड़ता है जो बिना प्रवेश परीक्षा के ही यह कोर्स ऑफर करते हैं। ऐसे संस्थान, आवेदकों के 10+2 के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार करते हैं। जिन छात्रों का नाम इस लिस्ट में आ जाता है, उन्हें BSC Fisheries Course के लिए एडमिशन दे दिया जाता है।

एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से इस कोर्स को कराने वाले संस्थानों की संख्या काफ़ी ज्यादा है। एडमिशन देने की यह प्रक्रिया बहुत लोकप्रिय है। इसमें छात्रों को, नेशनल लेवल पर अथवा राज्य स्तर पर आयोजित BFSC Entrance Exam के आधार पर एडमिशन दिया जाता है। 

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List of BSC Fisheries Science (BFSC) Entrance Exams in India

  • कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • केरला एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन
  • थे सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिशरीज, नॉटिकल एंड इंजीनियरिंग ट्रेनिंग टेस्ट
  • JNU इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरल एंड मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • जूनागढ़ अग्रिकुल्तुरेअल उन्वेर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
  • तमिलनाडु वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
  • डॉ. बालासाहब सावंत कोंकण क्रिश्ही विद्यापीठ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • योगी वर्माना यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
  • पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
  • जैन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
  • NMIMS NPAT एंट्रेंस एग्जाम
  • बीएचयू यूईटी एंट्रेंस परीक्षा
  • CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट)

BSC Fisheries Top Colleges in India

पूरे भारत में अनगिनत संस्थान हैं जो Fisheries Course आयोजित कराते हैं। आप किसी भी पॉपुलर संस्थान से यह कोर्स कर सकते हैं।

यहाँ कुछ लोकप्रिय कॉलेज के नाम दिए जा रहे हैं जहाँ से आप यह कोर्स कर सकते हैं। कॉलेज चुनने से पहले यह ज़रूर पता कर लीजियेगा कि उस कॉलेज में कैंपस की सुविधा है या नहीं, उसके बाद ही उसमें एडमिशन लें।

  • कॉलेज ऑफ़ फिशरीज- बिहार
  • सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिशरीज एजुकेशन- केरला
  • महाराष्ट्र एनिमल एंड फिशरीज साइंस यूनिवर्सिटी- महाराष्ट
  • गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी
  • शेरे-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी- कश्मीर
  • असम एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
  • अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
  • पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
  • राजस्थान एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी
  • गोविन्द बल्लभ पन्त यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी – पंतनगर
  • कालीकट यूनिवर्सिटी- केरला
  • बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी- रांची
  • शिवाजी यूनिवर्सिटी- कोल्हापुर  

(BFSC) BSC Fisheries Course Fees in Hindi

Bachelor of Fisheries Science (BFSC) Course Fees, हर एक संस्थानों द्वारा अलग अलग निर्धारित की गयी है। फीस का यह स्ट्रक्चर संस्थानों द्वारा दी जा रही सुविधाओं पर बहुत हद तक निर्भर करता है।

अगर आप सरकारी अथवा उनके द्वारा मान्यता प्राप्त कोलेजों से यह कोर्स करते हैं तो यह फीस रु. 15,000/- से शुरू हो सकती है। प्राइवेट संस्थानों में यही फीस बढ़कर रु. 3,00,000/- प्रतिवर्ष भी हो जाती है।

किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले उसकी सही फीस की जानकारी अवश्य कर लें। साथ ही यह भी पता करें कि उस फीस में पाठ्यक्रम की फीस के अलावा और क्या क्या शामिल है।

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BSC Fisheries Course Duration – BFSC Course की अवधि

बैचलर ऑफ़ फिशरीज का यह कोर्स 4 वर्षों में पूरा किया जाता है। इन चार वर्षों को 8 सेमेस्टर में विभाजित करके पूरे पाठ्यक्रम को कवर किया जाता है। इस दौरान, छ: महीने के हर एक सेमेस्टर के बाद परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें पास होने के बाद ही आप अगले सेमेस्टर में प्रवेश कर सकते हैं।  

BSC Fisheries का Syllabus

बीऍफ़एससी कोर्स को सेमेस्टर वाइज बनाया गया है। हर एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है जिसमें निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाया जाता है।

बीएससी फिशरीज का पूरा सिलेबस इस तरह से डिजाईन किया गया है जिससे छात्रों को मछलियों के प्रकार, उनका पर्यावरण और विकास का क्रम, मछली पकड़ने के आधुनिक तरीके, उनको स्टोर करने के तरीके, प्रोसेसिंग और फ्रीज़िंग टेक्नोलॉजी के बारे में अत्याधुनिक जानकारी प्राप्त हो सके।

पाठ्यक्रम में बिज़नेस मॉडल को भी शामिल किया गया है जिससे, छात्रों को भली भांति समझ में आ सके कि Fisheries Business को किस तरह चलाया जाता है, उनका इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट किस तरह से किया जाता है आदि।

आख़री के दो सेमेस्टर में Hands On Training भी दी जाती है जिससे छात्रों को वास्तविक रूप में पता चल सके कि Fish Breeding क्या है, इनका Conservation कैसे करते हैं, इनके खाने का ध्यान कैसे रखते हैं और मछलियाँ कितने दिनों बाद परिपक्व हो जाती हैं।  

सेमेस्टर 1सेमेस्टर 2
प्रिंसिपल्स ऑफ़ एक्वाकल्चर,
प्रिंसिपल्स ऑफ़ बायोकेमिस्ट्री,
टैक्सोनोमी ऑफ़ फिन फिश,
टैक्सोनोमी ऑफ़ शेल फिश,
फिशरी इकोनॉमिक्स,
मेटेरियोलोजी और जियोग्राफी,
इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी,
फंडामेंटल्स ऑफ़ माइक्रोबायोलॉजी
फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर,
लिमनोलोजी,
सोइल एंड वाटर केमिस्ट्री,
बायोलॉजी ऑफ़ फिनफिश एंड शेलफिश,
एनाटोमी ऑफ़ फिनफिश एंड शेलफिश,
फ़ूड केमिस्ट्री एंड फिश इन नुट्रीशन,
बायोकैमिकल टेक्निक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन
सेमेस्टर 3सेमेस्टर 4
ओशिनोग्राफी,
इनलैंड फिशरीज,
मरीन बायोलॉजी,
फिश नुट्रीशन एंड फीडिंग टेक्नोलॉजी,
स्टेटीस्तिकल्स मेथोड्स इन फिशरीज,
कल्चर ऑफ़ फिश फ़ूड ओर्गानिस्म
एक्वाकल्चर इंजीनियरिंग,
कोस्टल एक्वाकल्चर एंड मरीन एक्वाकल्चर,
फिजिओलोजी ऑफ़ फिनफिश एंड शेलफिश,
फिशिंग क्राफ्ट एंड गियर टेक्नोलॉजी,
ओर्नामेंट्स फिश प्रोडक्शन एंड मैनेजमेंट,
कैनिंग एंड फिश पैकेजिंग टेक्नोलॉजी,
एक्सटेंशन एजुकेशन इन फिशरीज,
फिशरीज एडमिनिस्ट्रेशन एंड लेजिस्लेशन
सेमेस्टर 5सेमेस्टर 6
नेविगेशन एंड सीमैनशिप,
डिजास्टर मैनेजमेंट इन फिशरीज,
डिसीज़ एंड मैनेजमेंट,
एक्वाटिक इकोलॉजी एंड बायोडायवर्सिटी,
मरीन फिशरीज,
शेलफिश ब्रीडिंग एंड हैचरी मैनेजमेंट,
फिनफिश ब्रीडिंग एंड हैचरी मैनेजमेंट
फिशरी जेनेटिक्स एंड ब्रीडिंग,
फिश माइक्रोबायोलॉजी एंड क्वालिटी एस्सोरेंस,
बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोइन्फार्मेटिक्स इन फिशरीज,
फिश पापुलेशन डायनामिक्स एंड स्टॉक अस्सेस्मेंट,
फिश प्रोडक्ट्स एंड बाई-प्रोडक्ट्स टेक्नोलॉजी,
एक्वेटिक पोल्लूशन एंड कोस्टल जोन मैनेजमेंट,
फाइनेंसिंग एंड मार्केटिंग मैनेजमेंट
सेमेस्टर 7सेमेस्टर 8
हैंड्स ऑन ट्रेनिंग – फिशरीजइन प्लांट ट्रेनिंग- फिशरीज

बीएससी फिशरीज कोर्स के बाद Jobs

  • फिशरी ऑफिसर
  • एक्वाकल्चर तकनीशियन
  • फिशरी बायोलॉजिस्ट
  • फिश फार्मिंग कंसलटेंट
  • फिश फार्मिंग रिटेल मेनेजर
  • क्वालिटी मैनेजर
  • डाटा साइंटिस्ट
  • एन्विरोंमेंतल साइंटिस्ट
  • एक्सपोर्टर
  • इम्पोर्टर
  • ट्रेडर
  • प्रोडक्शन मैनेजर,
  • प्रोसेसिंग मैनेजर,
  • फिश फार्मिंग एडवाइजर
  • मरीन बायोलॉजिस्ट,
  • फिश फार्मिंग मैनेजर,
  • क्वालिटी इंस्पेक्टर,
  • एक्सपोर्ट इंस्पेक्टर

Salary in BSC Fisheries Jobs

Bachelor in Fisheries Course करने के बाद कई तरह की जॉब्स मिल जाती हैं। इन जॉब्स के नेचर के अनुसार ही सैलरी निर्धारित होती है।

सामन्य तौर पर BSC Fisheries Salary रु. 2.0 लाख़ से शुरू हो कर 6.0 लाख़ प्रति वर्ष होती है। अनुभव हो जाने के बाद और इस क्षेत्र की टेक्निकल और प्रबंधकीय जॉब्स में यही सैलरी काफ़ी ज्यादा हो जाती है।

पद का नामसैलरी (अनुमानित)
फिशरीज सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटररु. 33,000/- प्रति माह
एक्वाकल्च्रिस्टरु. 35,000/- प्रति माह
फिशरी अधिकारीरु. 40,000/- प्रति माह
एनवायर्नमेंटल वैज्ञानिकरु. 50,000/- प्रति माह
फिशरी बायोलॉजिस्टरु. 60,000/- प्रति माह

निष्कर्ष- BSC Fisheries in Hindi

साथियों, 10+2 के बाद किया जाने वाला BSC Fisheries Course सही मायने में एक अच्छा कोर्स है। अन्य ग्रेजुएट कोर्सों की तुलना में इस कोर्स के बाद जॉब पाने के बहुत से अवसर उपलब्ध हो जाते हैं। कोर्स के बाद आप केवल भर ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नौकरी पा सकते हैं। अगर आप नौकरी नहीं करना चाहते तो BFSC Course करके अपना खुद का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

हमें उम्मीद है कि आपको BSC Fisheries Course details in Hindi पर लिखा गया यह लेख कैरियर बनाने की दृष्टि से काफ़ी लाभप्रद रहेगा। इस तरह के अन्य कोर्स अथवा कैरियर सम्बन्धी विषयों के बारे में जानने के लिए आप हमारा ब्लॉग फॉलो कर सकते हैं। 

FAQs Related to BSC Fisheries Course Details in Hindi

फिशरीज कोर्स क्या है?

यह चार साल का ग्रेजुएट लेवल का कोर्स होता है। इसमें मछली पालन, उनका रखरखाव और उससे होने वाले बिज़नेस से सम्बंधित शिक्षा दी जाती है।

मत्स्य पालन में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?

मत्स्य पालन के लिए 12वीं के बाद किया जाने वाला सबसे अच्छा कोर्स BSC Fisheries है। इसे BFSC Course के नाम से भी जाना जाता है।

मत्स्य पालन में सबसे ज्यादा सैलरी कितनी है?

देखिये सैलरी नौकरी के हिसाब से घटती बढ़ती रहती है। वैसे आमतौर पर वर्तमान में इस कोर्स के बाद मिलने वाली जॉब की औसत सैलरी रु. 7 लाख़ प्रति वर्ष है।

क्या बीएससी मत्स्य पालन के लिए नीट आवश्यक है?

यह कोर्स मुख्यत: कृषि विश्वविद्यालयों अथवा स्पेशलाइज्ड संस्थानों में होता है। इस कोर्स के लिए ऐसे संस्थान अपनी खुद की अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।

मछली पालन में कितना खर्च आता है?

तालाब, पानी, बिजली, मछली के बीज और उनके खाने के सामान को मिलाकर मछली पालन का काम शुरू करने के लिए करीब 3 से 4 लाख़ का खर्च आ जाता है।

नमस्ते, मेरा नाम प्रतिमा आदित्य है। मैंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 2003 में आर्ट्स में स्नातक किया है। मुझे हर स्तर पर युवाओं के करियर को आकार देने के लिए उनका मार्गदर्शन करना पसंद है। मैं पिछले 5 सालों से इंटरनेट, सोशल मीडिया और अन्य प्रोफेशनल लोगों के संपर्क में हूँ और उनके अनुभवों और जानकारी के समन्यव एवं अपने ब्लॉग के माध्यम से लोगों को करियर संबंधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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