दोस्तों आज हम BEMS Course के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं। यह एक स्नातक डिग्री कोर्स है जिसके माध्यम से आप एक अच्छे होम्योपैथी डॉक्टर बन सकते हैं।
अगर आप 12 वीं कक्षा में हैं या इसे पास कर चुके है तो यह कोर्स आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस कोर्स को 12वीं के बाद किया जा सकता है।
लेख में हम BEMS कोर्स से संबंधित है निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा करने वाले हैं।
- BEMS Course क्या होता है
- BEMS का फुल फॉर्म क्या है
- इस कोर्स के लिए योग्यता क्या है
- कोर्स में एडमिशन कैसे लें
- कोर्स की फीस क्या है
- इस कोर्स को पूरा करने में कितना समय लगता है
- कोर्स का सिलेबस क्या है
- कोर्स के बाद कैरियर विकल्प क्या हैं
- जॉब विकल्प क्या है
- जॉब के बाद सैलरी कितनी होती है

तो आइए जानते हैं BEMS Course Details in Hindi के बारे में। लेकिन सबसे पहले जान लेते हैं कि इसका फुल फॉर्म क्या है?
BEMS Full Form Kya Hai
BEMS का फुल फॉर्म Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery होता है।
इसे हम पढ़ते समय कुछ इस प्रकार से उच्चारण करते हैं “बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी”।
हिंदी में इस कोर्स को “वैद्युत सम चिकित्सा दवाई और सेल चिकित्सा में स्नातक” के नाम से जाना जाता है।
बारहवीं कक्षा के बाद अगर कोई छात्र BEMS कोर्स कर रहा है, तो हम उसे होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी में ग्रेजुएशन करना भी कह सकते हैं।
इस कोर्स के फुल फॉर्म की जानकारी प्राप्त करने के बाद अब हम इस कोर्स को विस्तार से जानेंगे।
What is BEMS Course Details in Hindi – BEMS Kya Hota Hai
BEMS Course एक ग्रेजुएशन स्तर का यानी स्नातक डिग्री कोर्स होता है। इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को मुख्य रूप से होम्योपैथी दवाई आदि के निर्माण एवं उन के माध्यम से चिकित्सा के बारे में शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिया जाता है।
यानि सरल भाषा में कहा जाए तो BEMS Course करके होम्योपैथिक डॉक्टर बना जा सकता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद कई सारे कैरियर विकल्प उपलब्ध हो जाते हैं।
BEMS Course Eligibility Details
यह एक होम्योपैथिक चिकित्सा से संबंधित अहम कोर्स है। इसमें प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट के पास कुछ प्रमुख योग्यताओं का होना जरूरी होता है। इस कोर्स के लिए नियम एवं योग्यताओं की जानकारी नीचे दी गई है।
- स्टूडेंट को सबसे पहले 12 वीं कक्षा पास करना होगा।
- 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय का होना अनिवार्य है।
- विज्ञान विषय में जीव विज्ञान एवं रसायनिक विज्ञान विषय का होना अनिवार्य होता है।
- 12वीं कक्षा में स्टूडेंट को कम से कम 50% अंक प्राप्त करना होता है।
- कुछ संस्थान या कॉलेजों में 45% अंक प्राप्त करने पर भी BEMS कोर्स के योग्य माना जाता है।
- स्टूडेंट की उम्र कम से कम 17 वर्ष होना चाहिए।
- कोर्स में प्रवेश करने के लिए स्टूडेंट को प्रवेश परीक्षा से गुजरना पड़ सकता है।
ये कुछ प्रमुख योग्यताएं हैं जिनके आधार पर स्टूडेंट को BEMS Course में प्रवेश दिया जाता है।
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BEMS Course Me Admission Kaise Le
इस कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया मुख्य रूप से दो विधि से संपन्न की जाती है। पहली, मेरिट लिस्ट द्वारा और दूसरी प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) द्वारा।
मेरिट लिस्ट विधि: स्टूडेंट को 12 वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर कॉलेज द्वारा मेरिट लिस्ट जारी की जाती है। इसके बाद स्टूडेंट को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है और फिर उन्हें एडमिशन मिल पाता है। इस विधि में स्टूडेंट को 12 वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना फायदेमंद होता है।
एंट्रेंस एग्जाम द्वारा एडमिशन: इसके लिए स्टूडेंट को कॉलेज द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में आवेदन देना पड़ता है। प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद कॉलेज द्वारा सफल छात्रों की एक सूची जारी की जाती है। उस सूची में स्टूडेंट का नाम आ जाने पर उन्हें एडमिशन दिया जाता है।
BEMS Course Fees in Government and Private College
भारत में BEMS Course की फीस औसत अनुसार लगभग ₹40,000 से लेकर ₹1,00,000 तक हो सकती है।
कुछ राज्य स्तर के कॉलेजों में BEMS कोर्स की फीस ₹40,000 से भी कम होती है। जबकि कुछ प्राइवेट कॉलेजों में कोर्स की फीस ₹1,00,000 से भी ज्यादा हो सकती है।
इस कोर्स की फीस अलग अलग कॉलेजों में अलग अलग प्रकार की होती है।
आपको बता दें कि सरकारी कॉलेजों में प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले कम फीस होती है।
भारत में कई सारे कॉलेज हैं जिनमें यह कोर्स पूरा किया जा सकता है। सारे कॉलेजों की सही फीस की जानकारी देना मुश्किल होता है। इसलिए हम औसत अनुसार अंदाजा लगा सकते हैं।
बी ई एम एस कोर्स की अवधि (Duration)
BEMS Course को पूरा करने में 4.5 वर्ष का समय लगता है।
इस कोर्स का पाठ्यक्रम 4 वर्ष का होता है। इसके बाद 6 महीने के लिए स्टूडेंट को इंटर्नशिप में भेजा जाता है।
कुल मिलाकर इस कोर्स को 4 सेमेस्टर में विभाजित करके पढ़ाया जाता है। एक सेमेस्टर को पूरा करने में 1 साल का समय लिया जाता है।
आपको बता दें कि हर सेमेस्टर के बाद परीक्षा ली जाती है। परीक्षा में पास करने के बाद ही स्टूडेंट को अगले सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाता है।
BEMS Course Syllabus and Subjects
जैसा कि हमने पढ़ा इस कोर्स को पूरा करने में 4 वर्ष का पाठ्यक्रम होता है। इन 4 वर्षों में 4 सेमेस्टर होते हैं। बीईएमएस कोर्स के 4 वर्षों का सिलेबस की जानकारी नीचे दी गई है।
पहला वर्ष
- एनाटॉमी 1
- शरीर क्रिया विज्ञान 1
- भोजन एवं स्वच्छता
- इलेक्ट्रो होम्योपैथी फार्मेसी
दूसरा वर्ष
- एनाटॉमी 2
- शरीर क्रिया विज्ञान 2
- इलेक्ट्रो होम्योपैथी
- विकृति विज्ञान
तीसरा वर्ष
- इलेक्ट्रो होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास 1
- स्त्री रोग
- ई एन टी
- नेत्र विज्ञान
चौथा वर्ष
- इलेक्ट्रो होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास 2
- शल्य चिकित्सा
- चिकित्सा न्याय शास्त्र
- बाल रोग और प्रसूति
ऊपर दिए गए कोर्स के सिलेबस अनुसार ही BEMS कोर्स का पाठ्यक्रम पूरा किया जाता है। कुछ कॉलेजों में इसके अलावा कुछ अन्य विषय भी जोड़े एवं घटाए जाते हैं जो अलग-अलग कॉलेजों में अलग-अलग प्रकार के हो सकते हैं।
बी ई एम एस कोर्स के लिए Top College
- Bachelor of electro homeopathy medicine and surgery course suitability
- Vivekananda Medical Institute of electropathy and research centre Ahmedabad
- DCM Institute of Medical and paramedical Technology Amritsar
- Shri JC Bose Medical Institute and Hospital of electropathy Jaipur
- Karunya Medical College of electropathy Kanyakumari
- Punjab Medical Institute and Hospital of electropathy
- Annai nivetha electropathy Medical College and Hospital, ShivGanga
- National Institute of electro homeopathy medical science New Delhi
इसके अलावा भारत में और भी बहुत सारे कॉलेज हैं जिनमें स्टूडेंट अपनी सुविधानुसार इस कोर्स को पूरा कर सकते हैं।
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Career Options After BEMS Course
इस कोर्स को पूरा करने के बाद स्टूडेंट के पास कई सारे कैरियर विकल्प होते हैं। जिसमें स्टूडेंट जॉब को चुन सकते हैं या उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करने हेतु दूसरे कोर्स को कर सकते हैं।
BEMS कोर्स के बाद किए जाने वाले कोर्स
- डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (MD Homeopathy)
- डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (MD Electro Homeopathy)
- PHD Homeopathy
- PGDHMS
BEMS कोर्स के बाद स्टूडेंट को निम्नलिखित क्षेत्रों में जॉब के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
- निजी क्लीनिक
- सरकारी क्लीनिक
- सरकारी अस्पताल
- मेडिकल कॉलेज
- स्वास्थ्य परामर्श केंद्र
- निजी अस्पताल
- दवाई की दुकान, इत्यादि।
Job After Completing BEMS Course
BEMS कोर्स के बाद स्टूडेंट को कई सारे जॉब के अवसर दिए जाते हैं। इस कोर्स के बाद मिलने वाले जॉब विकल्प या जॉब पद के कुछ प्रमुख नाम उदाहरण स्वरूप नीचे दिए गए हैं।
- मेडिकल कोडर
- स्वास्थ्य दवा प्रबंधक
- होम्योपैथिक चिकित्सक
- सहायक चिकित्सक
- शिक्षक
- लेक्चरर, आदि।
दिए गए जॉब पदों के अलावा और भी कई सारे विकल्प होते हैं जिनमें स्टूडेंट आसानी से एक अच्छे कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं।
बीईएमएस कोर्स के बाद सैलरी (BEMS Salary)
BEMS कोर्स के डिग्री धारक को प्रारम्भ में लगभग ₹15,000 से लेकर ₹30,000 तक प्रति महीना वेतन मिल सकता है।
इस क्षेत्र में अच्छा अनुभव प्राप्त करने के बाद छात्रों को लगभग ₹25,000 से लेकर ₹50,000 तक प्रति महीना वेतन मिल सकता है।
BEMS Course के बाद मिलने वाले जॉब की सैलरी, क्षेत्र, पद एवं अनुभव के आधार पर कम या ज्यादा होती है। अलग अलग पदों में अलग अलग सैलरी होती है।
आपको बता दें कि कुछ ऐसे पद भी होते हैं जिनमें 2 से 4 साल का अनुभव प्राप्त करने के बाद लगभग 8 से 10 लाख रुपए प्रति वर्ष का पैकेज हासिल किया जा सकता है।
निष्कर्ष
उम्मीद है BEMS Course Details In Hindi के इस लेख के माध्यम से आपको कोर्स से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त हुई है। दी गयी जानकारी के अलावा भी यदि आपके मन में सवाल हों तो आप हमें टिप्पणी करके पूछ सकते हैं। आपके उज्जवल भविष्य के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। धन्यवाद !!
Bems ki govt job to h hi nhiii to aapne ye kyu kha h ki govt hospital job available
BEMS Course करके सरकारी अस्पताल और डिस्पेंसरी में जॉब की जा सकती है। इसके लिए आपको सरकारी नोटीफिकेशन देखते रहना होगा। vacancy आने पर अप्लाई करें।
mera to 3 saal wala course hai usko job milegi kya
अगर आप जॉब की पात्रता पूरी कर पा रहे हैं तो आप आपको यह जॉब मिल सकती है।