
आज के समय में हर व्यक्ति सरकारी कर्मचारी बनना चाहता है, कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर तो कोई पुलिस अफसर और कोई तहसीलदार बनना चाहता है।
आज हम बात करने वाले हैं कि Tahsildar कैसे बनें, तहसीलदार किसे कहते हैं, तहसीलदार बनने के लिए क्वालिफिकेशन क्या होनी चाहिए, तहसीलदार बनने के लिए क्या करना चाहिए और कौन-कौन से एग्जाम पास करने होते हैं।
भारत में 28 राज्य हैं और प्रत्येक राज्य में कई जिले हैं। हर एक जिले को अनेक तहसीलों में बांटा जाता है। हर एक तहसील में एक तहसीलदार नियुक्त किया जाता है जो कि राजस्व प्रशासन में सबसे प्रतिष्ठित पद होता है।
यदि आप भी तहसीलदार बनना चाहते हैं लेकिन आपको नहीं पता है कि तहसीलदार कैसे बनें, और तहसीलदार बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। आज इस लेख में हम आपके साथ तहसीलदार से रिलेटेड पूरी जानकारी शेयर करने वाले हैं, इसीलिए इस लेख को आखिर तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
तहसीलदार किसे कहते हैं- Who is Tahsildar in Hindi
क्या आप जानते हैं Tahsildar Kya Hota Hai? हर एक जिले में कई सारी तहसील होती हैं। तहसील के सबसे उच्च अधिकारी को ही तहसीलदार कहा जाता है। इसे तहसील प्रभारी अथवा तहसील इंचार्ज के नाम से भी जाना जाता है।
इसके अलावा राजस्व प्रशासन के मुख्य अधिकारी को भी तहसीलदार कहा जाता है। इसका काम उस तहसील के अंतर्गत आने वाले गाँव से राजस्व इकठ्ठा करना होता है।
राजस्व संग्रह करने के अतिरिक्त तहसील के सभी कार्यों का लेखा-जोखा भी तहसीलदार के पास ही होता है। जैसे कि भूमि से जुड़े कार्य, टैक्स से जुड़े कार्य, भूमि अधिग्रहण, प्राकृतिक आपदा, डॉक्यूमेंट संबंधित कार्य आदि।
तहसीलदार के कार्य क्या क्या होते हैं? Work of Tahsildar in Hindi
- तहसीलदार का कार्य भूमि से संबंधित विवाद की सुनवाई करना और समस्या का समाधान करना होता है।
- पटवारी के द्वारा किए गए कार्यों का निरीक्षण करना।
- टैक्स एवं राजस्व इकठ्ठा करने से संबंधित कार्यों का लेखा-जोखा रखना।
- विद्यार्थियों के लिए आवासीय प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र जारी करना।
- मूल प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र से संबंधित कार्यों पर तहसीलदार के हस्ताक्षर ज़रूरी हैं। प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान का लेखा-जोखा रखना तहसीलदार का कार्य होता है।
- तहसीलदार का कार्य बीज और उर्वरक से संबंधित जानकारियों का ध्यान रखना।
Tahsildar Ke Liye Qualification Kya Hoti Hai
तहसीलदार के कार्य देखकर आपके मन में भी ख्याल आने लगे होंगे कि ये तो बहुत पावरफुल पोस्ट है। अगर आप भी जल्दी से जल्दी जानना कहते हैं कि तहसीलदार बनने के लिए क्या करना होगा तो इसके लिए आपको इसकी क्वालिफिकेशन के बारे में जान लेना चाहिए।
तहसीलदार बनने के लिए आयु सीमा (Age Limit)
सरकार द्वारा हर एक सरकारी कर्मचारी के पद के लिए योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इन्ही योग्यताओं के अनुरूप अभ्यर्थी का किसी भी पद के लिए चयन किया जाता है। इसी प्रकार तहसीलदार बनने के लिए आयु सीमा निर्धारित की गई है जो इस प्रकार से है:
- तहसीलदार बनने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की आयु न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए।
- पिछड़ा वर्ग यानी कि ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थी के लिए आयु न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 43 वर्ष आयु होनी चाहिए।
- SC/ST वर्ग के अभ्यर्थी के लिए आयु न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष आयु होनी चाहिए।
तहसीलदार बनने के लिए शैक्षिक योग्यता- Educational Qualification
- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से पास करना अनिवार्य है।
- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री को पूरा करना अनिवार्य है।
- तहसीलदार बनने के लिए उम्मीदवार के पास किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
Tahsildar कैसे बनें
Tahsildar Ke Liye Qualification क्या होनी चाहिए इसके बारे में आप सभी ने जान लिया है। अब किसी भी तहसील में Tahsildar Kaise Bane इसके बारे में जानते हैं।
- तहसीलदार बनने के लिए सबसे पहले आपको अपनी 12वीं की कक्षा पास करना अनिवार्य होता है।
- 12वीं कक्षा पास करने के बाद किसी भी विषय में अपनी स्नातक की डिग्री को पूरा करें।
- स्नातक (Graduation) पूरी करने के बाद तहसीलदार के लिए अप्लाई करना होगा।
- समय-समय पर राज्य सरकार के द्वारा तहसीलदार की पोस्ट के लिए भर्ती निकाली जाती है, जिसमें आपको आवेदन करना होता है।
- हर एक राज्य में राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा तहसीलदार के पद के लिए के लिए सिविल सर्विस एग्जाम आयोजित करवाया जाता है।
- तहसीलदार बनने के लिए यह सिविल सर्विस एग्जाम तीन चरणों में होता है, Preliminary Exam, Mains Exam और Interview.
- Preliminary Exam और Mains Exam पास करने के बाद अभ्यर्थी को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
- इंटरव्यू को सफलतापूर्वक पास करने के बाद तहसीलदार बनने के लिए आखिर में मेरिट लिस्ट निकाली जाती है।
- यदि अभ्यर्थी का नाम मेरिट लिस्ट में आ जाता है तो प्राप्त अंको के आधार पर उसे तहसीलदार की पोस्ट चुनने का अवसर मिल जाता है।
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तहसीलदार बनने के लिए Selection Process क्या है?
राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सर्विस एग्जाम आयोजित किया जाता है और इसमें तीन चरणों में परीक्षा आयोजित कराई जाती है। इस परीक्षा को पास करने के बाद ही अभ्यर्थी तहसीलदार बनने के योग्य हो पाते हैं। आइए जानते हैं कि चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए तहसीलदार कैसे बन सकते हैं?
तहसीलदार परीक्षा पेपर (Tehsildar Exam Syllabus in Hindi)
1) Preliminary Exam
तहसीलदार बनने के लिए सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है। इसमें 2 पेपर होते हैं और दोनों पेपर 200-200 अंकों के होते हैं।
पहले पेपर में 150 सवाल होते हैं और दूसरे पेपर में 100 सवाल होते हैं। दोनों पेपर के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित किया जाता है और दोनों पेपर में नेगेटिव मार्किंग होती है।
2) Mains Exam
प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद मुख्य परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसमें अभ्यर्थी से Descriptive Type Questions पूछे जाते हैं। मुख्य परीक्षा को पास करने के बाद अभ्यर्थी को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
3) Interview
मुख्य परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थी को इंटरव्यू पास करना होता है। इंटरव्यू क्लियर करने के बाद मेरिट लिस्ट बनती है और तहसीलदार को नियुक्त किया जाता है
Tahsildar Ki Salary Kitni Hoti Hai
तहसीलदार की सैलरी ₹56,000 से लेकर ₹1,35,000 तक प्रति माह होती है। इसके अलावा तहसीलदार को मंहगाई भत्ता, आवासीय भत्ता के साथ साथ अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। कुल मिला कर देखा जाये तो तहसीलदार को सम्मानजनक वेतन मिलता है।
FAQs
तहसीलदार बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी पड़ती है?
तहसीलदार बनने के लिए सिविल सर्विस एग्जाम को उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है और इसमें भाग लेने वाले अभ्यर्थी के पास ग्रेजुएशन की डिग्री होना अनिवार्य है।
मैं भारत में तहसीलदार कैसे बन सकता हूं?
तहसीलदार बनने के लिए आपको राज्य लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा को पास करना होगा। परीक्षा में अच्छी रैंक आने पर आप तहसीलदार की पोस्ट चुन सकते हैं।
तहसीलदार का क्या पावर होता है?
तहसीलदार एक बहुत ही पावरफुल पोस्ट है। इसमें तहसील में आने वाली जमीन की सीमा से जुड़े विवाद, जमीन का आवंटन, रजिस्ट्री, सरकारी जमीन की देखभाल और उस पर अतिक्रमण को हटाना आदि अनेक महत्वपूर्ण कार्य होते हैं।
जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और अन्य प्रमाण पत्र भी तहसीलदार के ऑफिस से ही निर्गत होते हैं। तहसील के अंतर्गत आने वाले गाँव, ब्लॉक आदि से भूमि राजस्व इकट्ठा करने की जिम्मेदारी भी तहसीलदार की ही होती है।
तहसील का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?
तहसील का सबसे बड़ा अधिकारी तहसीलदार होता है।
तहसील का मालिक कौन होता है?
तहसील का कोई मालिक नहीं होता है क्योंकि यह एक राज्य सरकारी क्षेत्र है। परन्तु तहसील में राजस्व एवं भूमि सम्बन्धी कार्यों के लिए एक तहसीलदार की नियुक्ति की जाती है।
यही तहसील का सबसे बड़ा अधिकारी होता है। समय समय पर इनका तबादला भी होता रहता है।
निष्कर्ष- Tehsildar Kaise Bane
आज इस लेख में हमने जाना है कि तहसीलदार कैसे बनें, तहसीलदार कैसे बनते हैं, तहसीलदार किसे कहते हैं, Tahsildar Ke Liye Qualification क्या होनी चाहिए? उम्मीद करते हैं इस लेख की जानकारी आपको जरूर अच्छी लगी होगी।
यदि आपके मन में तहसीलदार से रिलेटेड कोई भी सवाल है तो हमको कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको यह लेख लाभप्रद लगा हो तो इसे अन्य लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।