PLC Programmer कैसे बनें?

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नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको बताने वाले हैं कि PLC Programming Language सीख कर PLC Programmer Kaise Bane? आज के आधुनिक समय में Career in PLC Programming का व्यापक स्कोप है और हमारे देश के साथ साथ अन्य देशों में भी PLC Programmer Jobs की बहुत ज्यादा डिमांड है। इसलिए अगर आप भी इस क्षेत्र में Career बनाने की इच्छा रखते हैं तो आपको जरूर जानना चाहिए कि How to become a PLC Programmer?

वर्तमान में जितनी भी Industry हैं सभी Automation की तरफ भाग रही हैं। या यूँ कहें की सभी इंडस्ट्रीज़ अब Automated हो गई हैं। Automation का मतलब ये है कि Machines को बस हम Command देते हैं, और वो खुद ही काम करती रहती हैं। ये command कुछ और नहीं PLC Program हैं जिन्हे एक PLC Programmer बनाता है। पी एल सी प्रोग्रामिंग की मदद से Machine की Activities को Control किया जाता है।

इस पोस्ट में हमने PLC से जुड़ी सारी जानकारी कवर की है जो PLC Programmer बनने में आपके लिए मददगार साबित होगी। जैसे Meaning of PLC in Hindi, PLC Full Form और, Eligibility to become a PLC Programmer. PLC का क्षेत्र बहुत बड़ा है और इसमें कई तरह की PLC Programming Languages उपयोग में लाई जाती हैं।

अब आप सोच रहे होंगे कि PLC की इतनी सारी languages आप कैसे सीखेंगे। घबराईए मत, क्योंकि इसके लिए मार्केट में PLC Programming Course हर जगह उपलब्ध हैं। आप ये कोर्स करके एक बेहतरीन PLC programmer बन सकते हैं।

पी एल सी क्या है ? What is PLC in Hindi | PLC Full Form क्या है ?

इससे पहले हम जानें कि PLC Programmer Kaise Bane, सबसे पहले PLC Full Form के बारे में जान लेना बहुत जरूरी है।

PLC को अंग्रेजी भाषा में बोलते हैं – Programmable Logic Controller (प्रोग्रामेबल लॉजिक कन्ट्रोलर)

हमने देखा कि PLC, तीन शब्दों से मिल कर बना है। पहला शब्द Programmable है, दूसरा Logic और तीसरा Controller। इन तीनों शब्दों की Meaning अलग अलग है। पर यदि हम तीनों शब्दों को एक साथ जोड़ दें तो एक अनोखी चीज बन जाती है और वो है PLC.

अब हम आपको इन शब्दों के मतलब समझते हैं। Programmable means जिसे हम Program कर सकें, Logic means तर्क द्वारा, और Controller means कंट्रोल करने वाला। मतलब एक ऐसी Device, या circuit जिसमें हम Program डाल कर Machine की activities को कंट्रोल करें उसे PLC कहते हैं।

PLC एक तरह से Electrical Devices और Circuits का computer होता है। Computer, Controller और Electrical Circuit के समन्वयन वाला arrangement ही PLC कहलाता है।

पी एल सी कैसे काम करता है ?

दोस्तों फील्ड पर जितनी भी automated मशीन लगी होती हैं, वो टेलीकॉम रूम या सब स्टेशन में Telecom Panel से Connect होती हैं। टेलीकॉम पैनल के अंदर ही PLC का controller unit होता है।

अब ये कन्ट्रोलर यूनिट, अन्य दो कंप्युटर से कनेक्ट होता है। ये कंप्युटर Control Room मे रखे होते हैं जहां से आप Machine को काम करने के लिए Command देते हैं।

इन दो कंप्युटर मे से एक Master PLC Computer कहलाता है और दूसरा Operator PLC Computer कहलाता है। Master PLC computer में PLC Program लिखे जाते हैं और Operator PLC Computer से Input Command देकर Machine को Operate किया जाता है। जब हम ऑपरेटर पी एल सी कंप्युटर से कमांड देते हैं हैं तो मशीन काम करने लगती है।

पी एल सी के अंदर दो तरह के module होते हैं जिन्हे Input Module और Output Module कहा जाता है। Input Module की मदद से हम पी एल सी को Inform करते हैं कि उसे क्या करना है? जैसे कंप्युटर स्क्रीन पर लगे Start icon को press करते ही फील्ड पर लगा वाल्व ओपन हो जाए। Output Module, इसकी Information मिलते ही PLC को बताता है कि कौन सा प्रोग्राम run करना है जिससे कि वाल्व ओपन हो जाए।

उदाहरण के तौर पर मान लीजिये कि आप किसी Pipeline Station मे काम करते हैं और Control Room में बैठे बैठे ही कई किलोमीटर दूर Field के Valves Open या Close चाहते हैं तो ये काम आप PLC Computer मे कमांड दे कर कर सकते हैं।

PLC System, 24 Volt DC Supply पर काम करता है। जिस मशीन या वाल्व को हमें ऑपरैट करना होता है, उसमें भी एक सर्किट होता है जो PLC द्वारा भेजे गए कमांड (DC Supply) को read करके activity execute करता है।

PLC Programmer kaise bane

पी एल सी प्रोग्रैमर बनाने के लिए सबसे पहली योग्यता तो किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वीं करने की है। उसके बाद इस क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए graduation में आपका बैकग्राउंड Electrical, Electronics या Instrumentation होना चाहिए। इसके लिए या तो आप इन तकनीकी विषयों से डिप्लोमा कर सकते हैं या फिर बी टेक / बी ई करके इस क्षेत्र मे कदम रख सकते हैं।

आपको बता दें कि उपरोक्त बताए गए तकनीकी विषयों के अलावा भी आप इनसे मिलते जुलते अन्य विषयों से भी डिप्लोमा या इंजीनियरिंग कर सकते हैं और पी एल सी में करिअर बना सकते हैं। पर यदि आप Electrical, Electronics, Mechatronics या Instrumentation के छात्र हैं तो आपको PLC Course करने में बहुत मदद मिलेगी और आपको जल्दी समझ भी आएगा।

डिप्लोमा अथवा डिग्री लेने के बाद आप किसी भी अच्छे कॉलेज से PLC का कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए संस्थानों में सर्टिफिकेट कोर्स के साथ साथ डिप्लोमा और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी उपलब्ध है। पी एल सी के कोर्स मे प्रोग्रामिंग और इससे जुड़ी हर एक तकनीकी पहलुओं के बारे में सिखाया जाता है और प्रैक्टिकल नालिज दिया जाता है।

पी एल सी प्रोग्रामिंग क्या है | PLC Programming Meaning

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दोस्तों, हर एक सिस्टम की अपनी एक ड्रॉइंग होती है जैसे इलेक्ट्रिकल सिस्टम के लिए Single Line Diagram होता है, कंप्युटर नेटवर्क के लिए Networking Diagram , पाइपलाइन के लिए P&ID (Pipes and Instrumentation Diagram) आदि।

इन डायग्राम को PLC Software की मदद से Logic लगाते हुए कंप्युटर मे लिखने को ही पी एल सी प्रोग्रामिंग कहते हैं। ये डायग्राम Coded Form में लिखे जाते हैं और कॉमन डायग्राम से भिन्न होते हैं।

पी एल सी प्रोग्रामिंग मे मशीन को कब क्या ऐक्टिविटी करनी है, कितनी देर तक करनी है, ये सब कुछ प्रोग्रामिंग में लिखा जाता है।

  • लेडर डायग्राम (Ladder Diagram) – ये सबसे ज्यादा पॉपुलर और उपयोग में लाई जाने वाली पी एल सी लैंग्वेज है।
  • सिक्वेन्शल फंक्शन चार्ट (Sequential Function Chart)
  • फंक्शन ब्लॉक डायग्राम (Function Block Diagram)
  • स्ट्रक्चर्ड टेक्स्ट (Structured Text)
  • इन्स्ट्रक्शन लिस्ट (Instruction List)
  • सर्टीफ़ाईड पी एल सी प्रोग्रैमर
  • डिप्लोमा इन इन्डस्ट्रीअल ऑटोमैशन
  • अड्वान्स डिप्लोमा इन इन्डस्ट्रीअल ऑटोमैशन

उपरोक्त कोर्स के अलावा भी बहुत सारे ऐसे कोर्स हैं जिन्हे आप चुन सकते हैं। बस इस बात का जरूर ध्यान रखिए कि आप जो भी कोर्स करें उनके syllabus में नीचे बताए गए टॉपिक जरूर कवर होने चाहिए:

  • पी एल सी – PLC (Programmable Logic Control)
  • स्काडा – SCADA (Supervisory Control and Data Acquisition System)
  • एच एम आई – HMI (Human Machine Interface)
  • डी सी एस – DCS (Distributed Control System)
  • प्रोसेस इंस्ट्रूमेंटेशन – Process Instrumentation
  • मोशन कंट्रोल – Motion Control
  • इन्डस्ट्रीअल नेटवर्किंग एण्ड कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल्स – Industrial Networking and Communication Protocols
  • पैनल डिज़ाइनिंग – Panel Designing

इंडिया के Top 5 College जहाँ से आप PLC Programming Course कर सकते हैं

पी एल सी प्रोग्रामिंग के लिए देश भर के बहुत सारे संस्थान हैं। आप कहीं से भी इसका कोर्स कर सकते हैं। प्राइवेट कॉलेज की फ़ीस ज्यादा लगेगी और सरकारी कॉलेज में कम। इसलिए अगर संभव हो, तो सरकारी कॉलेज से ही PLC की ट्रैनिंग करें।

यदि किसी कारणवश सरकारी संस्थानों में आपको प्रवेश नहीं मिल पाता है तो जाहीर है आप प्राइवेट कॉलेज का रुख करेंगे। पर यहाँ एक बात ध्यान में रखिए, कोर्स करने के लिए केवल वही प्राइवेट कॉलेज चुनिये जिसमें प्रैक्टिकल की बहुत अच्छी सुविधा हो।

  1. सेंट्रल टूल रूम एण्ड ट्रैनिंग सेंटर
  2. टेक्नोलॉजिक्स, बैंगलुरु
  3. इलेक्ट्रोटेक्नो ऑटोमेशन, नोएडा
  4. एस ओ एस इंडिया, हैदराबाद
  5. सी ई टी पी ए इन्फोटेक, नोएडा

Top 10 PLC Manufacturing Companies

  • Rockwell Automation / Allen Bradly System
  • Honeywell
  • Siemens
  • ABB
  • Schneider Electric
  • Hitachi Industrial Equipment Systems
  • Mitsubishi Electric
  • Eaton
  • Bosh Rexroth
  • Toshiba

PLC Programmer Jobs

आधुनिक युग मे हर एक Machine, Equipment और Process को Automate किया जा रहा है। Automation हो जाने से समय की बचत होती है और Production बढ़ जाता है। यही कारण है कि सभी तरह की इंडस्ट्रीज़ में PLC Programmer Job का स्कोप बढ़ता ही जा रहा है। PLC Programming का Course कम्प्लीट कर लेने के बाद, इस क्षेत्र मे आपको कई तरह के रोल में काम करने का मौका मिलेगा जैसे

  • पी एल सी प्रोग्रैमर
  • स्काडा प्रोग्रैमर
  • एच एम आई प्रोग्रैमर
  • सी एम एम प्रोग्रैमर
  • इन्डस्ट्रीअल प्रोग्रैमर
  • डाटा प्रोग्रैमर
  • एप्लीकेशन्स प्रोग्रैमर
  • ऑटोमेशन इंजीनियर
  • इलेक्ट्रिकल कंट्रोल्स इंजीनियर
  • ऑटोमेशन टेक्नीशियन

PLC Programmer Salary

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PLC Programmer की जॉब में सैलरी कितनी मिलेगी, ये बहुत सारे फ़ैक्टर्स पर निर्भर करता है। जब आप एकदम से फ्रेशर होते हैं तब कंपनियां 12 हजार से 15 हजार रुपये प्रति माह की सैलरी देती हैं। इतनी कम सैलरी देख कर आप परेशान न हों, और मेहनत से काम करें और काम की बारीकियाँ सीखें। एक वर्ष के अनुभव के बाद अगर आप किसी दूसरी कंपनी में जॉब के लिए आवेदन देते हैं तो वहाँ आपकी सैलरी 22 हजार से 25 हजार रुपये प्रति माह तो हो ही जाएगी।

5 साल से ज्यादा अनुभव होने के बाद यही salary 40 हजार से 45 हजार रुपये हो जाती है। अनुभव के अतिरिक्त आपकी सैलरी आपकी कंपनी पर भी निर्भर करती है। कुछ अच्छी और मल्टीनैशनल कंपनियां, फ्रेशर पी एल सी प्रोग्रैमर को शुरुआत में ही रु. 25,000/- प्रति माह की सैलरी पर रख लेती हैं। समय बीतने के साथ ऐसी कंपनियां सैलरी में जबरदस्त बढ़ोत्तरी करती हैं।

निष्कर्ष | Conclusion

दोस्तों आपने देखा कि Automation के इस युग में आप कैसे PLC Programming Course करके किसी भी तरह की इंडस्ट्रीज़ में PLC Programmer के रूप में अपना करिअर बना सकते हैं। डिप्लोमा करने के बाद, इतनी अच्छी सैलरी वाली टेक्निकल जॉब बहुत ही कम होती हैं। इसलिए आप इस क्षेत्र मे करिअर बनाने के लिए जरूर सोचें।

हमें उम्मीद है आपको हमारा ये पोस्ट PLC Programmer Kaise Bane पसंद आया होगा और इसमें दिया गया विवरण आपको लाभान्वित करेगा। यदि आपको PLC Programming के विषय पर और जानकारी चाहिए तो हमें जरूर बताएं।

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नमस्ते, मेरा नाम प्रतिमा आदित्य है। मैंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 2003 में आर्ट्स में स्नातक किया है। मुझे हर स्तर पर युवाओं के करियर को आकार देने के लिए उनका मार्गदर्शन करना पसंद है। मैं पिछले 5 सालों से इंटरनेट, सोशल मीडिया और अन्य प्रोफेशनल लोगों के संपर्क में हूँ और उनके अनुभवों और जानकारी के समन्यव एवं अपने ब्लॉग के माध्यम से लोगों को करियर संबंधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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