दोस्तों हो सकता है आपने सीएफपी कोर्स के बारे में पहले कभी नहीं सुना। आज हम आपको इसी CFP Course के बारे में जानकारी देंगे। यह एक बहुत अच्छा कोर्स है जिसे करने के बाद आप, लोगों को फाइनेंसियल परामर्श की सुविधा दे कर अपना कैरियर बना सकते हैं।
आज के इस लेख CFP Course Details in Hindi में हम आपको इसके बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। जब आप यह पूरा लेख पढ़ लेंगे तब आपको CFP Course और इसके सभी Components की जानकारी हो जायेगी। इसलिए इस लेख में अंत तक बने रहिये।
सीएफपी कोर्स क्या होता है | What is CFP Course Details in Hindi
CFP का अभिप्राय Certified Financial Planner है। 6 माह से लेकर 2 साल की अवधि वाला यह कोर्स बहुत ही फायदे वाला है। इस कोर्स में Financial Planning और इससे जुड़े फायदे, नुकसान समय सीमा के महत्व आदि के बारे में टॉप क्लास का अध्ययन कराया जाता है।
अन्य सर्टिफिकेशन एजेंसी की तरह Financial Planning Standard Board (FPSB), विश्व स्तर पर फाइनेंसियल प्लानिंग से सम्बंधित Standards बनाने का कार्य करता है। FPSB के माध्यम से CFP Course किया जा सकता है। यह कोर्स विद्यार्थियों को फाइनेंसियल प्लानिंग के सभी कॉम्पोनेन्ट जैसे इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट, कैशफ्लो मैनेजमेंट, रिस्क एनालिसिस, टैक्स प्लानिंग, डेब्ट मैनेजमेंट प्लानिंग, इंश्योरेंस प्लानिंग, रिटायरमेंट प्लानिंग आदि के बारे में गहरी और प्रैक्टिकल जानकारी देता है।
Financial Advisor के रूप में कार्य करने की चाहत रखने वाले व्यक्तियों के लिए CFP Course एकदम परफेक्ट है। लोग यह कोर्स करके Finances को अच्छी तरह से प्लान करना, फोरकास्ट करना और मैनेज करना सीख जाते हैं। अगर आप भी इस तरह के काम में रूचि रखते हैं तो आप Certified Financial Planner Course की प्रवेश परीक्षा पास करके फाइनेंसियल एडवाइजर बन सकते हैं। यह परीक्षा वर्ष में तीन बार आयोजित की जाती है।
सीएफपी कोर्स क्यों करें | 5 Reasons to Pursue CFP Course
दोस्तों, पैसा ज़िंदगी जीने के लिए बहुत ज़रूरी है। मगर उससे भी ज़रूरी है इसकी प्लानिंग करना। आपने देखा होगा कि कम पैसे कमाने वाले लोग भी अच्छी ज़िन्दगी बिताते हैं। वहीं दूसरी और ज्यादा पैसा कमाने वाले लोग अपने फाइनेंस को सही से प्लान नहीं कर पाने की वजह से दिवालिया हो जाते हैं।
आप यह कोर्स करके लोगों को सही राह दिखा सकते हैं। केवल एक नहीं बल्कि ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से आप सीएफपी कोर्स करने का मन बना सकते हैं। इनमें से कुछ बेहद आवश्यक कारणों की जानकारी इस लेख में नीचे दी जा रही है जिन्हें पढ़कर आप स्वयं ही विचार कर सकते हैं कि आपको Certified Financial Planner Course क्यों करना चाहिए?
- सीएफपी, Financial Field के परिदृश्य में हमेशा काम आने वाला कोर्स है। यह एक बेहतरीन कैरियर बनाने का मौका देता है। इस कोर्स के बाद आप विभिन्न Financial Sectors में अपनी सेवाएँ दे कर अपना कैरियर सुनिश्चित कर सकते हैं।
- सीएफपी करने के बाद आप पूरी तरह से Financial Planning में Expertise हासिल कर लेते हैं। यही Expertise आपके Clients, Customers, Companies आदि के अन्दर Financial Stability को लेकर उन्हें confident बनाती है जिससे वो चिंतामुक्त हो कर अपना बिज़नेस करते हैं।
- सीएफपी करने के बाद आपको Clients के Financial Goals को समझने में मदद मिलती है। आप अपने अनुभव और जानकारी के आधार पर उन्हें Tax Planning, Investment Planning, Expansion Planning के बारे में सुझाव दे सकते हैं।
- बड़ी बड़ी कम्पनियाँ Financial Decisions लेने के लिए Certified Professionals को ही चुनती हैं। सीएफपी कर लेने के बाद आप इस तरह की कंपनियों से जुड़ कर उन्हें सही फाइनेंसियल एडवाइस दे सकते हैं और इसके एवज़ में अच्छी खासी फीस ले सकते हैं।
- केवल कम्पनियाँ ही नहीं बल्कि, पर्सनल लेवल पर भी लोगों को फाइनेंसियल प्लानिंग की ज़रूरत पड़ती है जैसे टैक्स प्लानिंग, इन्वेस्टमेंट प्लानिंग आदि। आप Certified Financial Planner Course के बाद खुद की एजेंसी खोलकर ज़रूरतमंद लोगों को अपनी एडवाइस दे कर उनका काम आसान कर सकते हैं।
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सीएफपी कोर्स का सिलेबस | CFP Course Syllabus in Hindi
इससे पहले हम आगे बढ़ें आपको सर्टिफाइड फाइनेंसियल प्लानर कोर्स के बारे में आवश्यक जानकारी दे दें। यह एक सेल्फ स्टडी कोर्स है। इसका मतलब यह है कि आपको इसमें एडमिशन लेकर खुद ही पढना होगा और आयोजित परीक्षा में भाग लेना होगा।
इस कोर्स का सिलेबस 6 मोड्यूल में बंटा होता है। हर एक मोड्यूल में उससे सम्बंधित कई विषयों और टॉपिक को कवर किया जाता है। आईये अब कोर्स के सिलेबस और इसके 6 मोड्यूल के बारे में जानते हैं:
मोड्यूल संख्या | मोड्यूल का विवरण | में पढ़ाये जाने वाले कुछ टॉपिक |
मोड्यूल-1 | Introduction to Financial Planning | Time Value of Money, Education Planning, Client Interactions, Future Planning-General Principles |
मोड्यूल-2 | Risk Analysis and Insurance Planning | Risk Analysis Strategies and Applications, Insurance selection and Product Analysis, Types of Insurance Policies |
मोड्यूल-3 | Retirement Planning and Employee Benefits | Retirement Strategies, Employee Benefits Schemes, Superannuation Benefits Schemes, Life Cycle Analysis |
मोड्यूल-4 | Investment Planning | Understanding the Risk Profiles of Clients, Appropriation of Asset Allocations, Investment products, Services and Associated Regulatory Environment |
मोड्यूल-5 | Tax Planning & Estate Planning | Indian Tax System, Tax and Assets Planning, Tax induced Distortions, Understanding IT Return and eFiling, Scope of Estate Planning, Valuation of Perquisites |
मोड्यूल-6 | Advanced Financial Planning | Advanced, Comprehensive and Actual Financial Planning in relation with Risk Analysis and Insurance Aspects |
CFP Course कितने साल का होता है
सर्टिफाइड फाइनेंसियल प्लानर कोर्स 6 माह से लेकर 2 वर्ष तक का होता है। कोर्स की अवधि इस बात पर सबसे ज्यादा निर्भर करती है कि आपने कौन सा पाठ्यक्रम चुना है। पाठ्यक्रम के विषयों की अवधि एक समान नहीं होती है। इसी वजह से सीएफपी का duration कुछ महीनो से लेकर 2 वर्ष तक हो जाता है।
इस कोर्स के दौरान निमित रूप से क्लासेज अटेंड करनी होती हैं, प्रोजेक्ट पूरे करने होते हैं और मोड्यूल पूरा होने के बाद परीक्षा देनी होती है। परीक्षा में थ्योरेटिकल नॉलेज वाले प्रश्नों के अलावा केस स्टडीज और प्रैक्टिकल सिनेरियो के प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इससे आपको अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग की स्किल Improve करने में मदद मिलती है। इस कोर्स के सिलेबस और परीक्षा को हल्के में नहीं लेना चाहिए और प्रयाप्त समय देते हुए पढ़ाई पूरी करनी चाहिए।
सीएफपी कोर्स कहाँ से करें | Top Colleges for CFP Course in India
इंडिया के कई शहरों में ऐसे कॉलेज और इंस्टिट्यूट हैं जहाँ से Certified Financial Planner Course किया जा सकता है। उनमें से कुछ प्रमुख संस्थानों का विवरण नीचे दिया गया है। आप इन संस्थानों के बारे में जानकारी प्राप्त करके वहां से यह कोर्स कर सकते हैं।
शहर का नाम | संस्थान का नाम |
नई दिल्ली | इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट एण्ड एडमिनिस्ट्रेशन, न्यू एरा इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज, इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ़ फाइनेंसियल प्लानिंग, फिन्त्रम ग्लोबल इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर फाइनेंसियल सर्टीफिकेशंस (IIFC) |
कोलकाता | इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ रिसर्च एंड वेल्थ मैनेजमेंट, आईसीआईसीआई डायरेक्ट सेंटर फॉर फाइनेंसियल लर्निंग |
पुणे | आईएमएस प्रोस्कूल प्राइवेट लिमिटेड |
मुंबई | फाइनेंसियल प्लानिंग अकादमी, बियॉन्ड लर्निंग फाइनेंस, आईएमएस प्रोस्कूल प्राइवेट लिमिटेड, नेक्स्ट लेवल एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड |
चेन्नई | सन ट्रेनिंग अकैडमी प्राइवेट लिमिटेड, इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ़ फाइनेंसियल प्लानिंग |
अहमदाबाद | अहमदाबाद यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, पी वी एस – प्रशांत वी शाह |
बेंगलुरु | मायलॉजिक बिज़नेस मैनेजमेंट स्कूल प्राइवेट लिमिटेड |
हैदराबाद | इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन, थर्ड आई अकैडमी फॉर फाइनेंसियल स्टडीज |
चंडीगढ़ | इंडियन इंस्टिट्यूट फॉर फाइनेंसियल सर्टीफिकेशंस (IIFC) |
त्रिवेंदृम | सीआरजी अकैडमी ऑफ़ फाइनेंस |
पटना | इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन |
CFP Course की फीस कितनी है- CFP Course Fees in Hindi
यह कोर्स 02 तरीकों से किया जा सकता है – 1. रेगुलर पाथवे और 2. चैलेंज स्टेटस पाथवे। इसलिए इस कोर्स का Fee Structure भी 02 तरीके का होता है। Leverageedu Website के अनुसार फीस का विवरण इस प्रकार है:
चैलेंज स्टेटस पाथवे | |
FPSB India की रजिस्ट्रेशन फीस (वैधता – 01 वर्ष) (प्रारम्भिक सीएफपी सर्टिफिकेशन, एडमिनिस्ट्रेशन एंड प्रोसेसिंग फीस के साथ) | रु. 29.955/- |
रेगुलर पाथवे | |
FPSB India की रजिस्ट्रेशन फीस (वैधता – 01 वर्ष) | रु. 11,540/- |
एग्जाम 1 – 4 फीस (प्रति एग्जाम प्रति अटेम्प्ट) | रु. 4,130/- |
एग्जाम 5 फीस (प्रति अटेम्प्ट) | रु. 8,260/- |
सीएफपीसीएम सर्टिफिकेशन फीस (हर साल रिन्यू करना पड़ेगा) | रु. 7,080/- |
CFP Course की योग्यता- Eligibility in Hindi
हर एक कोर्स की तरह Certified Financial Planner Course में भी एडमिशन लेने के लिए कुछ योग्यता एवं पात्रता की ज़रूरत पड़ती है। चूंकि यह कोर्स दो तरीके से किया जा सकता है इसलिए इन दोनों तरह के योग्यताओं की जानकारी इस प्रकार है:
Regular Pathway (नियमित मार्ग):
- आवेदनकर्ता को किसी भी मान्यताप्राप्त बोर्ड से 10+2 पास होना चाहिए।
- इसमें आवेदनकर्ता को कोर्स में एडमिशन मिलने के बाद 5 पेपर क्लियर करने होते हैं।
- इन पांचो पेपर में 6 अलग अलग मोड्यूल होते हैं जिन्हें पास करना ज़रूरी है।
Challenge Status Pathway (चैलेंज स्टेटस मार्ग):
- अदि आवेदन देने वाला व्यक्ति पहले से ही LLb, PhD, CFA (US), CS, ICWA, PG या CAIIB डिग्री धारक है, तो उसे इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए Advanced Financial Planning Module के केवल एक पेपर को क्लियर करना होता है।
सीएफपी के लिए पुस्तकें | Books for CFP Course
चूंकि यह कोर्स फाइनेंसियल प्लानिंग से सम्बंधित है इसलिए इसमें प्रवेश लेने के लिए बहुत अच्छी तैयारी करनी पड़ती है। चाहे आप रेगुलर मार्ग से इस कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हों या चैलेंज स्टेटस मार्ग से, दोनों के लिए सही पुस्तकों का चुनाव बेहद अहम् है। इन्ही पुस्तकों के अध्ययन से आप अपनी तैयारी मज़बूत कर सकते हैं। कुछ प्रमुख पुस्तकों के नाम नीचे दिए गए हैं जो आपके काम आ सकती हैं।
सीएफपी की तैयारी के लिए किताबें | ऑथर / पब्लिकेशन |
रिस्क एनालिसिस एंड इन्स्योरेंश प्लानिंग (सीएफपी मोड्यूल 2) | संजीव बजाज और इन्द्रनील सरकार |
रिस्क एनालिसिस, इन्स्योरेंश एंड रिटायरमेंट प्लानिंग | इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस |
इन्स्योरेंश प्लानिंग फंडामेंटल्स | जेम्स एफ डाल्टन |
सीएफपी एग्जाम कैलकुलेशन वर्कबुक | कोवेंट्री हाउस पब्लिकेशन |
इन्वेस्टमेंट एनालिसिस एंड पोर्टफ़ोलियो मैनेजमेंट | प्रसन्ना चंद्रा |
इन्वेस्टमेंट प्लानिंग, टैक्स प्लानिंग एण्ड एस्टेट प्लानिंग | इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग एंड फाइनेंस |
विले स्टडी गाइड फॉर सीएफपी एग्जाम | विले |
सीएफपी – आल मोड्यूल सेट (06 मोड्यूल – 08 किताबों का सेट), 20 केस स्टडीज, 15 मोचक टेस्ट्स | वेदांता एडूकेयर |
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CFP Course के बाद क्या करें
चूंकि यह कोर्स फाइनेंस से सम्बंधित है इसलिए यह कोर्स करने के बाद फाइनेंस के क्षेत्र में हाई सैलरी वाली नौकरी आसानी से प्राप्त की जा सकती है। इसमें बेस्ट कैरियर विकल्प के रूप में Financial Advisor, Risk Manager, Financial Planner, Insurance Planner आदि बहुत लोकप्रिय हैं। इनके अतिरिक्त जिन जॉब पदों पर आप नौकरी पा सकते हैं उनकी लिस्ट नीचे दी गयी है।
- Wealth Advisor
- Financial Advisor
- Insurance Advisor
- Risk Manager
- Financial Planner
- Cost Analyst
- Relationship Manager
- Portfolio Manager
- Paraplanning Manager
- Cost Controller
- Employee Benefits Manager
- Retirement Planner
- Retirement Advisor
सीएफपी की सैलरी | CFP Course Salary
इंडिया में यह कोर्स करने के बाद रु. 40,000/- प्रति माह से लेकर रु. 1,42,000/- तक की सैलरी मिल जाती है। अगर हम औसत सैलरी की बात करें तो यह रु. 65,000/- होती है। जॉब पदों और कंपनी के प्रोफाइल के अनुसार सीएफपी के बाद सैलरी का विवरण इस प्रकार है:
कंपनी का नाम | पोस्ट का नाम | अनुमानित वार्षिक सैलरी (रु.) |
Ameriprise | Financial Planning Analyst | 4,84,000/- |
Genpact | FP&A Manager | 15,00,000/- |
Accenture | FP&A Analyst | 8,50,000/- |
ABB | FP&A Specialist | 12,00,000/- |
Citi | FP&A Analyst | 12,25,000/- |
FinEdge | Financial Planning Manager | 3,84,000/- |
Citicorp Services India | FP&A Analyst | 13,85,500/- |
Philips | FP&A Manager | 15,35,000/- |
udaan.com | Financial Planning Analyst | 14,50,000/- |
निष्कर्ष
दोस्तों CFP Course Details in Hindi का यह लेख आपने पढ़ा। हमें उम्मीद है कि इसमें दी गयी जानकारी आपके काम आयेगी। यह एक बेहतरीन कोर्स है जो स्वयं के, अन्य लोगों के और कंपनियों के Financial Matters में काम आता है।
अगर आप भी लोगों को Financial Advice दे कर उन्हें वित्तीय संकट से बचाने का जूनून रखते हैं तो आपको सर्टिफाइड फाइनेंसियल प्लानर कोर्स ज़रूर करना चाहिए। यह एक बहुत ही अच्छा कैरियर विकल्प है जिसे आप 12वीं पास करके भी कर सकते हैं।
FAQs related to CFP Course Details in Hindi
सीएफपी कोर्स में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
इस कोर्स का सिलेबस 06 Module में विभाजित होता है। इसके अन्दर टॉपिक के हिसाब से पढ़ाई कराई जाती है जैसे टैक्स प्लानिंग, इन्स्योरेंश प्लानिंग, रिस्क मैनेजमेंट, रिटायरमेंट प्लानिंग, फाइनेंसियल प्लानिंग, रिस्क एक्सपोज़र आदि।
सीएफपी कोर्स में कितने पेपर होते हैं?
इस कोर्स में कुल 5 पेपर होते हैं। हर एक पेपर 3 घंटे का होता है जिसमें 85 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
सीएफपी कोर्स में कितने स्तर होते हैं?
इस कोर्स में 4 स्तर (Level) होते हैं। हर एक लेवल की पढ़ाई पूरी करने के बाद परीक्षा देनी होती है। उसके बाद ही अगले स्तर (Level) में जा सकते हैं।
सीएफपी कोर्स कितने साल का होता है?
यह कोर्स 06 महीने से लेकर 2 साल का होता है।